ग्रेटर नोएडा के प्रवीण शर्मा को अबू धाबी पुलिस ने छोड़ा, भारत सरकार ने भेजी मदद -*

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*ग्रेटर नोएडा के प्रवीण शर्मा को अबू धाबी पुलिस ने छोड़ा, भारत सरकार ने भेजी मदद -*

ग्रेटर नोएडा , इस समय की बड़ी खबर सामने आ रही है। ग्रेटर नोएडा के प्रवीण शर्मा को अबू धाबी पुलिस ने छोड़ दिया है। ग्रेटर नोएडा में स्थित हबीबपुर गांव के रहने वाले स्विजरलैंड घूमने गए थे। उनके साथ उनकी पत्नी भी घूमने गई थी, इस दौरान अबू धाबी पुलिस ने उनको गिरफ्तार कर लिया था। अब दो दिन बाद पूछताछ की बाद अबू धाबी पुलिस ने प्रवीण शर्मा को छोड़ दिया है। यह जानकारी प्रवीण शर्मा के भाई अतुल शर्मा ने दी है।

*क्या है मामला*

बता दें ग्रेटर नोएडा में हबीबपुर गांव के रहने वाले अतुल शर्मा ने बताया कि उनका भाई प्रवीण कुमार और भाभी उषा शर्मा सीमेंट व स्टील का कारोबार करते हैं। अंबुजा सीमेंट कंपनी ने दोनों पति-पत्नी को स्विट्जरलैंड के टूर पर भेजा था। यह दोनों थॉमस कुक टूअर्स लिमिटेड के जरिए 11 अक्टूबर को दिल्ली से स्विट्जरलैंड के लिए रवाना हुए थे। एतिहाद एयरवेज के हवाई जहाज से प्रवीण और उषा शर्मा को स्विट्जरलैंड जाना था। यह फ्लाइट बीच में आबू धाबी एयरपोर्ट पर रुकी। दरअसल, इन लोगों को आबू धाबी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से स्विट्जरलैंड के लिए दूसरी फ्लाइट पकड़नी थी। तभी आबू धाबी पुलिस ने प्रवीण शर्मा को रोक लिया। उनसे कहा गया कि आपकी शक्ल एक अपराधी से मिलती है। प्रवीण की पत्नी उषा शर्मा को अबू धाबी से भारत के लिए डिपोर्ट कर दिया गया है। 

*प्रवीण शर्मा का कोई आपराधिक इतिहास नहीं*

अतुल शर्मा का कहना था कि उनके भाई प्रवीण का किसी अपराधी से कोई लेना-देना नहीं है। प्रवीण के खिलाफ कहीं कोई आपराधिक मुकदमा भी नहीं चल रहा है। वह सीधा साधा और सामान्य कारोबारी है। अबू धाबी पुलिस को गलतफहमी हुई है। उनके भाई को गलत ढंग से बंधक बनाकर रखा गया है। अतुल शर्मा ने गुरुवार को गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई से मुलाकात की थी और उन्हें पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। जिलाधिकारी ने विदेश मंत्रालय और आबू धाबी में भारतीय दूतावास से संपर्क किया है।

*डीएम ने दूतावास और विदेश मंत्रालय को मेल किया*

सुहास एलवाई ने बताया कि अबू धाबी पुलिस को कोई गलतफहमी हुई है। यह गलत पहचान का मामला है। प्रवीण शर्मा का किसी आपराधिक घटना से कोई सरोकार नहीं है। उनके पासपोर्ट, आधार कार्ड, पैन कार्ड और अन्य तमाम दस्तावेजों की जांच यहां करवा ली गई है। अब यह सारी जानकारी आबू धाबी में भारतीय दूतावास और विदेश मंत्रालय को भेजी गई है। मुझे उम्मीद है कि जल्दी ही प्रवीण शर्मा को आबू धाबी से भारत वापस भेज दिया जाएगा। दूसरी ओर प्रवीण शर्मा के परिजन इस घटना को लेकर बेहद परेशान हैं। दरअसल, पिछले 36 घण्टों से परिवार के सदस्यों का प्रवीण शर्मा से कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है। वह आबू धाबी में किस हालत में हैं, किसी को कोई जानकारी नहीं है।

*प्रवीण शर्मा पहली बार आबू धाबी गए हैं*

उनके भाई अतुल शर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार और विदेश मंत्रालय को हमारी मदद करनी चाहिए। बिना वजह मेरे भाई को आबू धाबी पुलिस ने गलत पहचान करके परेशान किया है। प्रवीण शर्मा का कोई आपराधिक इतिहास नहीं है। वह अबसे पहले कभी आबू धाबी नहीं गए। ऐसे में वहां अपराध करने का कोई औचित्य नहीं है। आबू धाबी पुलिस ने दूतावास को बताया है कि जिस व्यक्ति से प्रवीण शर्मा की शक्ल मिलने की बात कही जा रही है, वह केरल का निवासी है।

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