नमामि गंगे ने गंगा तट पर किया योगाभ्यास, दिया रोगों के लिए योग है संजीविनी का सन्देश*

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वाराणसी

*नमामि गंगे ने गंगा तट पर किया योगाभ्यास, दिया रोगों के लिए योग है संजीविनी का सन्देश*

वाराणसी। विश्व मानवता को भारत द्वारा दिए गए श्रेष्ठतम उपहार योग को गंगा तट पर साध कर नमामि गंगे ने रोगों संग जंग का संदेश दिया। नमामि गंगे टीम की महिला और पुरुष सदस्यों ने ॐ का उच्चारण, कपालभाति, अनुलोम-विलोम, भुजंगासन, पवनमुक्तासन, वृक्षासन और शंख बजाकर स्वस्थ मन, स्वस्थ शरीर, आनंदपूर्ण जीवन के लिए योग को आधार बनाने की अपील की ।

दरभंगा घाट पर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में सर्वप्रथम मां गंगा के तट की साफ-सफाई के पश्चात सदस्यों ने गंगा किनारे योग साधना की। संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि योग संपूर्ण स्वास्थ्य का विज्ञान है। यह हिंदू जीवन दृष्टि का शोध और बोध है। काशी ने पूरे विश्व को योग का अमृत प्रदान किया है। योग का आविर्भाव भी गंगा तट पर ही हुआ है। योग हमें स्वस्थ जीवन जीने की कला सिखाता है। कोरोना के अलावा अन्य कई रोगों में भी योग काफी कारगर साबित हुआ है।

आयोजन में प्रमुख रूप से काशी प्रांत के संयोजक राजेश शुक्ला, महानगर संयोजक शिवदत्त द्विवेदी, महानगर सहसंयोजक शिवम अग्रहरी, महानगर सहसंयोजक रामप्रकाश जायसवाल, सोनी चौरसिया, प्रीति जायसवाल, रश्मि साहू, सारिका गुप्ता, पुष्पलता वर्मा, अंजली उपाध्याय, सोनू, दिलीप जायसवाल, भावना गुप्ता, रंजीता गुप्ता, प्रज्वल गुप्ता, सीमा चौरसिया, प्रियंवदा गुप्ता आदि शामिल रहे ।

*दीपक साहनी source: Dainik suraj kesari.

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