प्रशासन की साँठगाँठ के चलते मोरना क्षेत्र में हो रहा हरे वृक्षों का कटान*

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*मोरना/मुज़फ्फरनगर*

*क्या राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में पर्यावरण को दूषित करने के लिये केवल वाहन व ईंट भट्टे ही ज़िम्मेदार ???*

*पर्यावरण को दूषित करने का ज़िम्मेदारी के नाम पर प्रशासन दोनो हाथों में लड्डू रखे हुवे है एक तरफ वाहनों की पकड़ धकड़ का ख़ौफ़ दिखाकर तो दूसरी ओर वृक्षारोपण का ड्रामा रचकर प्रशासन एक तरफ वृक्षारोपण कर लाखोँ के बिल काटने का कार्य करता है वहीं हरे वृक्षों को कटाकर चाँदी काटी जा रही प्रतिदिन सेंकडों हरे वृक्षों का कटान मोरना ब्लॉक् क्षेत्र में किया जा रहा हरे वृक्षों को बीमार बताकर वन विभाग के कर्मचारी लाखों के वारे न्यारे कर रहे हैं शुकतीर्थ खादर में वन विभाग की सेंकडों बीघा भूमि में खड़े हरे वृक्षों को काटकर जंगल को वीरान बना दिया गया है वहीं मोरना-भोकरहेड़ी मार्ग पर आम के हरे वृक्षों का कटान जारी है एक ओर पर्यावरण को समाप्त करने का प्रण कर बैठे वन विभाग हरियाली को समाप्त करने पर तुला है तो दूसरी ओर पॉलिथीन के ईंधन का प्रयोग भी सेटिंग के चलते धड़ल्ले से हो रहा है सवाल उठता है कि आखिर इन पर्यावरण भक्षियों को किसका आश्र.
TRP News Desk Report.. Uttar Pradesh

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