अरुणाचल प्रदेश के बॉर्डर पर शहीद होने वाले जवान मुकेश बाबू का शव आज शौर्य सम्मान के साथ उनके ग्रह जनपद रामपुर पहुंचाया गया जिसके बाद परिजनों ने उनकी अंतिम यात्रा निकाली। जिसमें परिजनों और जवान को अंतिम विदाई देने क्षेत्र के लोग पहुंचे वही जवान को अंतिम सलामी देने उनके साथी जवान भी पहुंचे। रेजिमेंट के सूबेदार के अनुसार जवान मुकेश बाबू की मौत ऑक्सीजन की कमी होने के कारण हुई है क्योंकि जहां उसकी तैनाती थी समुद्र तल से उसकी ऊंचाई बहुत ज्यादा है और फौजियों को ऊंचाइयों पर अक्सर ऐसी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है ।
आपको बताते चलें जावान मुकेश बाबू 1851 लाइट रेजिमेंट में बैट्री हवलदार के पद पर तैनात थे वह रामपुर के टांडा थाना क्षेत्र के बादली इलाके के रहने वाले थे पिछले दिनों भारत और चीन के बीच आपसी संबंधों तकरार के बाद संवेदनशीलता को देखते हुए अरुणाचल प्रदेश के मांगों चूना सेक्टर में लाइट रेजीमेंट की तैनाती की गई थी जिसमें जवान मुकेश बाबू भी शामिल थे समुद्र तल से काफी ऊंचाई पर होने के कारण इस सैक्टर में ऑक्सीजन की कमी रहती है तैनाती के बाद मुकेश बाबू को भी ऐसे ही हालातों का सामना करना पड़ा और वह अपनी सांसो से जंग हार गए। उनकी मौत की सूचना परिजनों को दी गई और ससम्मान उनको अंतिम विदाई उनके गृह जनपद रामपुर के थाना टाण्डा के गांव बादली में दी गई।
इस संबंध में रेजीमेंट सूबेदार सत्येंद्र सिंह ने बताया बॉर्डर पर ऊपर पोस्ट है वहां पर ऑक्सीजन का अमूमन प्रॉब्लम होता रहता है उसी के अगेंस्ट इनका जो हार्ड का प्रॉब्लम हुआ है उसी की वजह से ये केस हुआ है। इसका मुख्य कारण ऑक्सीजन की वजह से ही हुआ है इसके अलावा और कुछ नहीं है बाकी पोस्टमार्टम में डॉक्टर ने लिखा होगा और इसके अलावा कुछ नहीं है उन्होंने बताया नॉर्मल हालत में थे और जब उन्हें डॉक्टर के पास ले जाया गया तो उन्हें डॉक्टर ने डेड घोषित कर दिया उनकी मौत ऑन ड्यूटी हुई है और अब पूरा प्रोसेस ऑन ड्यूटी के अंतर्गत होगा।
Faheem Khan Rampur Uttar Pradesh… Report.