रामपुर में फ्लिपकार्ट डिलीवरी सर्विस गोडाउन में हुई डकैती का पुलिस ने किया खुलासा,डिलीवरी सर्विस गोडाउन के स्टाफ की मिलीभगत से दिया गया था डकैती को अंजाम,

0
485

Faheem Khan Rampur Uttar Pradesh..
#Flipkart #Theft #Arrest..


रामपुर के सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में 31 अक्टूबर की रात हुई डकैती का पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है जिसके तहत पुलिस ने डकैती को अंजाम देने वाले और डकैती प्लानिंग करने वाले 10 नौजवान युवकों को गिरफ्तार किया है जिसमें कंपनी में काम करने वाले टीम लीडर, हब इंचार्ज, जो खुद को मैनेजर बता रहा था समेत कुल 10 लोगों को गिरफ्तार किया है वहीं इस घटना में शामिल 2 युवक अभी फरार चल रहे हैं । पुलिस ने आरोपियों के पास से डकैती के दौरान लूटा गया पैसा तीन तमंचे कारतूस और घटना में इस्तेमाल की गई अपाचे मोटरसाइकिल बरामद की है।

इस संबंध में पुलिस अधीक्षक शगुन गौतम ने बताया 31 अक्टूबर की रात को एक गोडाउन आईडेंटिफाई प्लस कंपनी है जो फ्लिपकार्ट के लिए सब्सिडरी का काम करते हैं यहां से सामान डिलीवर होता है और कैश ऑन डिलीवरी का पैसा जमा होता है यहां पर 31 की रात को 5 लोगों ने धावा बोला और इनका कैश एक खुली पेटी में रखा होता था वो ये लोग लूट कर ले गए उसके बाद हम ने केस दर्ज करके अपनी टीमें बनाई और टीमों ने इस पर टेक्निकली काम किया और कल रात को हमें इसमें सफलता मिली इस प्रकरण में हमने 10 लोग अरेस्ट किए हैं इन 10 लोगों से हमें करीब 1,68,752 रुपए बरामद हुए हैं 3 तमंचे 10 जिंदा कारतूस और एक लाल कलर की जो मोटरसाइकिल अपाचे थे वह भी बरामद हो गई है जिस कार्टन पैसा ले गए थे वह कार्टन बरामद है जो कपड़े इन लोगों ने डकैती के टाइम पर पहने थे वह भी बरामद हो गए हैं जो लोग गिरफ्तार हुए हैं सब नई उम्र के लड़के हैं 18 से 20 साल की इनकी एज है और इसमें कंपनी में कार्यरत जो टीम लीडर हैं और हब इंचार्ज हैं जो मैनेजर हैं वह भी इन्वोल्वड हैं। इसमें जो मैनेजर है उसका यह रोल था कि उसने लूट के बाद जो अमाउंट थी छुपाई वह पुलिस को गलत बताई पहले 7,73,000 रुपय बताएं उसके बाद उसको कम किया लिख कर दिया कि सिर्फ 209000 रुपया ही गया है लेकिन जो रिकवरी हुई पूछताछ में पता चला के 88000 रुपए मैनेजर और स्टाफ ने उसमें से गायब किया था। अभी तक इनका कोई अपराधिक इतिहास नहीं मिला है पांच के जनपदों में ढूंढा जा रहा है अगर इन्होंने कोई अपराधिक घटना की होगी तो पता चल जाएगा।

इन्होंने पूछताछ में बताया है की पटवाई में किसी अखाड़े में पहलवानी और एक्सरसाइज किया करते थे वहीं पर इनकी जान पहचान हुई इनमें से एक का रिश्तेदार आईडेंटिफाई प्लस में काम करता था उसने बताया कि 20-25 दिन से यहां ऑपरेशन शुरू हुआ था पैसा कैश ऑन डिलीवरी का जमा होने लगा था उसने पूरा रूट बताया कि इस तरह से पैसा आता है इन्होंने प्लानिंग की और प्लानिंग के तहत इस घटना को अंजाम दिया। घटना का खुलासा करने के लिए एडीजी जोन बरेली द्वारा पुलिस टीम को 50000 का इनाम दिया गया है इस घटना को कुल 12 लोगों ने अंजाम दिया था 10 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है 2 लोग अभी फरार हैं जिन्हें जल्दी ही अरेस्ट कर लिया जाएगा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here