46 साल बाद कोर्ट के आदेश पर नवाब का जखीरा खुला तो उड़े होश, सोने-चांदी जड़ित हथियार मिले होगी बटवारें के लिए हथियारों की जल्द नीलामी

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यूपी का रामपुर नवाबों की आन बान शान के लिए पूरी दुनिया मे जाना जाता है आज भी कई इमारते नवाबो की शान और रुतवे कि पहचान है ,,बरहाल नवाबो की संपत्ति के बंटवारे में आपस मे ही नवाब खानदान पिछले 46 सालों से बटवारें के लिए हाइकोर्ट और सुप्रीमकोर्ट तक आपस मे ही लड़ रहे थे जिसमे बीते दिसम्बर में सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाते हए आदेश दिए है कि नवाबो की संपत्ति का बंटवारा शरीयत के हिसाब से किया कर दिया जाए जिसमे रामपुर के अंतिम शासक नवाब रजा अली खां की जायदाद के बंटवारे की प्रक्रिया के तहत और सुप्रीमकोर्ट के आदेश पर रामपुर में जिला मजिस्ट्रेट ने एक समिति जायदात के सर्वे के लिए बनाई सबसे पहले कोठी खासबाग़ में रियासतकालीन आर्मरी और बन्द दरवाज़ों को खोला गया आर्मरी के दरवाजे करीब 46 साल बाद खुले तो लोगों की आंखें फटी रह गईं। आर्मरी में सोना और चांदी जड़ित कई सौ हथियार मिले हैं। इनकी गिनती शुरू कर दी गई है। इस सर्वे में अभी दो दिन और लगने की उम्मीद है।

न्यायालय के आदेश पर जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने आर्मरी का ताला खुलवाने के लिए एसडीएम मान सिंह पुंडीर, सीओ विद्या किशोर शर्मा और शस्त्रों के जानकार राशिद खां व आमिर खां की कमेटी बनाई थी।

Monument

एडवोकेट कमिश्नर मुजम्मिल हुसैन व सौरभ सक्सेना ने कमेटी की मौजूदगी में आर्मरी के ताले खुलवाये। यहां नवाब खानदान के परिवार के सभी सदस्य भी मौजूद रहे ,जंग लगने के कारण कुछ ताले चाभी से नहीं खुले तो उन्हें तोड़ दिया गया।,, ताले खोले गये तो सब हैरान रह गये। यहां संदूकों और अलमारियों में बेशकीमती हथियारों का जखीरा रखा था। कुछ हथियारों पर सोना और चांदी भी जड़े थे। एडवोकेट कमिश्नर ने सभी हथियारों की गिनती कराई। इस काम में काफी लंबा वक्त लगेगा।,, पहले दिन सर्वे का काम पूरा नहीं हो सका। अभी दो दिन और गिनती की जाएगी। गिनती में पहले चार सौ से ज्यादा शस्त्र मिले हैं, जिनमें तलवारें, खंजर, भाले, पिस्टल, बंदूकें, रायफल रिवॉल्वर और अन्य हथियार शामिल हैं। शस्त्रों की संख्या हजारों में है। एडवोकेट, कमिश्नर के साथ-साथ आर्मरी में मिले शस्त्रों की सूची प्रशासन भी बना रहा है। आर्मरी से जो शस्त्र मिले हैं, उनमें लंदन, हॉलैंड, जर्मनी, अमेरिका, स्पेन, जापान आदि देशों की प्रमुख कंपनियों के शस्त्र शामिल हैं। इनमें रामपुर में बने शस्त्र भी शामिल हैं अभी कुछ आर्मरी को गैस कटर से काटने की कोशिश भी की गई लेकिन वह गैस कटर से भी नही कटी न ही खुली।

इस मौके पर सर्वे टीम के साथ नवाब खानदान से जुड़ी पूर्व सांसद बेगम नूरबानो, पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां, पूर्व राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद की बहू नवाबजादी सबा दुररेज अहमद, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्य न्यायाधीश बदर दुररेज अहमद के बेटे ज़ुलनूर अहमद, निगहत आब्दी, एडवोकेट कमिश्नर अरुण प्रकाश सक्सेना, मौजूद रहे।

वहीँ नवाब परिवार के मीडिया प्रभारी काशिफ खान ने बताया कि अभी हथियारों की गिनती चल रही है उसके बाद ही नीलामी की जाएगी।
Faheem Khan Rampur Uttar Pradesh Report..

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