पहाड़ों पर लगातार बारिश के चलते कालागढ़ डैम से पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे रामगंगा का जल स्तर खतरे के निशान की ओर बढ़ता जा रहा है। उफनाई रामगंगा का पानी आसपास के गाँव मे घुस गया है और सड़क पर पानी पहुंच गया है जिसकी वजह से गांव के संपर्क भी टूटते जा रहे है। गांव के लोगो मे दहशत है तो लोग घर छोड़ अन्य स्थानों पर जाने को भी मजबूर हैं।
दरसअल रामगंगा का जल स्तर 57 सेंटीमीटर बढ़कर 189.83 मीटर पर पहुंच गया। जो चेतावनी स्तर 189.60 मीटर से 23 सेमी ऊपर है। इसके चलते नदी यहां खतरे के निशान 190.60 से मात्र 77 सेंटीमीटर नीचे बह रही है। नदी का जल स्तर बढ़ने के आसपास के गांव को जाने वाले मार्ग करीब दो से ढाई फीट पानी में डूब गए हैं। इस मार्ग पर लोगों का आवागमन प्रभावित है। यहां प्रशासन द्वारा नाव आदि की कोई व्यवस्था न किए जाने के कारण कुछ लोग ट्रैक्टर-ट्राली से लोगों को पानी पार कराते देखे गए। रामगंगा का पानी ग्राम बसावनपुर, चिल्लौ नजरपुर व भोजीपुरा के करीब भी पहुंच गया है।
रामगंगा का जल स्तर बढ़ने के बाद शिव कॉलोनी से नदी के दूसरी ओर खेती व मजदूरी करने जाने वाले लोगों को भी नाव के सहारे नदी पार कर आवागमन करना पड़ा।
तो वहीं अब मुरादाबाद शहर के लोग भी रामगंगा का जलस्तर बढ़ने से घबराने लगे हैं। रामगंगा विहार कालोनी के पीछे से गुजर रही रामगंगा जलस्तर बढ़ने से उफनाने लगी है। आम दिनों में खाली दिखने वाला फाट अब नदी के पानी की जद में है। नदी हालांकि अपने क्षेत्र में ही है। लेकिन यदि पहाड़ों पर बारिश कम न हुई और कालागढ़ से पानी लगातार छोड़ा जाता रहा तो स्थिति बिगड़ सकती है। फिलहाल प्रशासन स्थिति पर नज़र बनाये हुए हैं।
रोहित व्यस /मोरादाबाद /उत्तर परदेश