मुजफ्फरनगर में नशे के विरूद्ध जेल में बन्दियों को पढ़ाया गया पाठ

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जेल में बन्दियों को पढ़ाया गया पाठ ……..

मुजफ्फरनगर 26 दिसंबर प्राप्त समाचार के अनुसार जिला कारागार, मुजफ्फरनगर में नशे के विरूद्ध धर्मगुरूओं ने बंदियों को आह्वान करते हुये उनसे शपथ दिलायी कि वे भविष्य में नशा नहीं करेगें तथा किसी भी अपराध से नाता नहीं रखेगें तथा मुख्य धारा समाज में अपना विशेष योगदान देगें। जेल में सभी धर्माें के प्रमुख धर्मगुरूओं की बातों को बंदियों ने बहुत ध्यान से सुना और यकीन दिलाया कि वे अब नशे एवं अन्य अपराधों से सदैव दूरी बनाकर रखेगें। इस अवसर पर जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा ने लगभग 2000 बंदियों को सम्बोधित करते हुये कहा कि ‘‘खुद सुधरों तथा दूसरों को भी सुधारों’’। नशे में नशा नहीं होता बल्कि कल्पनाओं में होता है। इसलिये नशे से सदैव दूर रहे और जेल प्रशासन को भरपूर सहयोग प्रदान करेंगर। श्री शर्मा ने कहा कि यदि आप सहयोगवादी रवैया अपनायेगें तो आपका हर एक दिन एक त्योहार की भांति होगा। जेल के अन्दर हर उस प्रतिबन्धित कार्यों का परित्याग कर एक अच्छे नागरिक होने का प्रमाण दे। साथ ही आपस में इन्सानियत और मानवता की मिशाल पेश करते हुये हर दिन और हर पल ऐसे ही गुजारे जैसे कि आज आप सभी लोग सामुहिक एकता के सूत्र में बैठे हुये हंै। शुक्रताल से आये प्रमुख भागवत कथावाचक आर्चाय अजय कृष्ण महाराज ने कहा कि नशा एक भयंकर सामाजिक बुराई है, जो हमे रिस्तों से दूर करती है तथा अपराध की ओर अग्रसर करती है। इसलिए हमे परिवार एवं समाजहित में इससे सदैव दूर रहना चाहिये। नशा परिवार को तो बर्बाद करता ही है, साथ ही आने वाली पीढियों के लिये भी एक खतरा होता है। जो सभ्य राष्ट्र के लिये किसी भी प्रकार से हितकारी नहीं है। धर्मगुरू सरदार हनी सिंह शेखो ने कहा कि कोई भी जन्मजात अपराधी नहीं होता, हालात और परिस्थितियां अकसर अपराध की दहलीज पर लाकर खडा कर देती है। इससे उभरना और निकलना हमारे ही ऊपर निर्भर करता है। जहाॅ तक नशे का सवाल है, तो हमे इससे हर हाल में तोबा करनी चाहिये। नशेे से सब कुछ तबाह हो जाता है। मुफ्ती मौ0 यामीन(शेखउल हदीस, जलालाबाद) ने कहा कि कोई भी मजहब यह नहीं कहता कि हमे आपस में लडना चाहिये या नफरत को फैलाना चाहिये। हम सब एक है और एक परमपिता परमेश्वर की सन्तान है। लिहाजा हमे आपसी सद्भावना और स्वार्थ की भावना दिखाते हुये मिल झुल कर रहना चाहिये। इस अवसर पर मौलाना मौ0 आलीम(बुढ़ाना), मौलाना जमील कासमी(धंधेडा), मौलाना मौ0 मुबीन(दिल्ली), पंडित बबलू शर्मा आदि ने भी अपने विचार प्रकट करते हुये नशे से दूर रहते हुये तथा अपराध से तोबा करने का सभी बंदियों से आह्वान किया। नशे के विरूद्ध किये गये आज के इस कार्यक्रम में बंदी मौलाना मौ0 हासिम, बंदी मौलाना मुब्बसिर आदि ने भरपूर सहयोग प्रदान किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से जेलर सुरेन्द्र मोहन सिंह, उप जेलर कैलाश नारायण शुक्ला, मेघा राजपूत, लक्ष्मी देवी आदि मौजूद रहे।

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