यमुना नदी हमारे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की एकमात्र नदी है और इसकी सफाई के लिए सभी नागरिकों को सामने आना होगा।
इसी प्रकरण में नोएडा की विभिन्न सामाजिक संस्थाओं ने वाईएसएस फाउंडेशन के साथ मिलकर प्रत्येक रविवार को सुबह 6 बजे से 8 बजे तक यमुना की सफाई का विशेष अभियान चलाने का निश्चय किया है। जो कि संस्था पिछले काफी समय से हर रविवार को यमुना सफाई कार्यक्रम आयोजित करती आ रही है। प्रत्येक रविवार को सैकड़ो की संख्या में स्वयंसेवी समूह द्वारा यमुना को निर्मल करने की दिशा में सार्थक प्रयास करने की कोशिश करते है। इस अभियान का नेतृत्व वाईएसएस फाउंडेशन के संस्थापक एवं सदस्य सचिन गुप्ता एवं उनकी टीम ने किया। विकृति फाउंडेशन के मुख्य सदस्य शंकर एवं उनकी टीम द्वारा इस कार्यक्रम में महत्वपूर्ण सहयोग रहा। यमुना अभियान के संचालक रामवीर प्रजापति द्वारा सभी कार्यकर्ताओं को ऐसे अभियानों के लिए विशेष धन्यवाद दिया और कहा कि ऐसे लोग ही हमारे देश की नींव है। वाईएसएस फाउंडेशन, विकृति फाउंडेशन एवं भारत विकास परिषद के संयुक्त प्रयास से आज यमुना घाट कालिंदी कुंज की सफाई का सामूहिक आगाज हुआ। जिसमें आज सभी सदस्यों ने वहां फैले हुए मलबे, मूर्तियां, प्लास्टिक, बोतलें, पूजा का सामान, जलकुंभी, आदि चीजों को हटाकर उस जगह को स्वच्छ बनाने का एक छोटा सा प्रयास किया। पंकज मिश्रा ने बताया कि लोग पहले प्लास्टिक तथा आसपास फैले हुए कचरे को घाट पर से हटा दे तो भूमि में उर्वरक क्षमता बनी रहेगी तथा साथ ही वह पानी के साथ आगे ना बहेगा और गंदगी के ढेर को कम करने में भी मदद मिलेगी।” टीम के सदस्यों ने वहां पर इकट्ठा हुआ कूड़े के ढेर को कचरे वाली गाड़ी में डलवा कर उस जगह को साफ कराया। यमुना घाट पर इधर-उधर पडे पत्थरों को उठाकर उसी रास्ते के दोनों तरफ लगा कर एक नया उदाहरण प्रस्तुत किया। वाईएसएस फाउंडेशन से ज़ुहैब ख़ान ने समझाया कि “पर्यावरण सुरक्षा सब की जिम्मेवारी है जब तक हर घर से कोई व्यक्ति नहीं जुड़ेगा, तब तक पर्यावरण का बचाव करना बहुत मुश्किल है।” आज के कार्यक्रम में सहयोग करने वाले मनीष पांडे, ज़ुहैब ख़ान, अकाश प्रजापति, रामवीर प्रजापति, दिनेश कुमार, प्रशांत यादव, तेजस गुप्ता, पंकज मिश्रा एवं महिला शक्ति श्रुति, अन्नू, सिमरन, ममता, नेहा,आदि लोग मुख्य रूप से सम्मिलित रहे।