प्रदेश में लगातार डॉक्टरों की लापरवाही के किस्से सामने आते रहे जिसके चलते मरीजों को अपनी जान तक से हाथ धोना पड़ा है कहा जाता है कि ईश्वर के अलावा यदि किसी को दूसरा भगवान कहा जाता है तो वह है डॉक्टर,पर जब वही डॉ शराब के नशे में धुत होकर शैतानी हालत में किसी प्रसूता के ऑपरेशन के दौरान लापरवाही बरते तो आखिर उसे बचाने वाला इस दुनियाँ में आखिर कौन डॉक्टर ऐसी लापरवाही केवल पीड़ितों से कमाई करने के लिए करते हैं यदि इस परिवार के सदस्य जागरूक ना होते तो प्रसूता की आज मौत हो जाती ..
पूरा मामला जनपद मैनपुरी के कस्बा भोगांव के मोहल्ला चौधरी में देखने को मिला जहां प्रसूता ने एक प्राइवेट चिकित्सालय में ऑपरेशन के दौरान 1 बच्चों को जन्म दिया तो वही डॉक्टर ने लापरवाही बरतते हुए ब्लड साफ करने वाला स्पंज पेट में ही छोड़ दिया जिससे प्रसूता की हालत गंभीर हो गई जिसे लेकर परिजन आगरा के एक हॉस्पिटल में पहुंचे जहां अल्ट्रासाउंड कराने पर पूरी कहानी खुलकर सामने आ गई तो उस प्रसूता को दोबारा ऑपरेशन कर उसे जान से बचाया गया,डॉक्टर की इस लापरवाही के चलते प्रसूता के पति ने डॉक्टर के खिलाफ सीएमओ,पुलिस अधीक्षक के अलावा मुख्यमंत्री को एक प्रार्थना पत्र भेजा है वहीं डॉक्टर के खिलाफ कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई कर उसकी डिग्री समाप्त करने की मांग की है
हम बात कर रहे हैं जनपद मैनपुरी की भोगांव तहसील के मोहल्ला चौधरी निवासी प्रदीप कुमार शाक्य की,जिसने अपनी पत्नी रीना को 13 मार्च को प्रसव पीड़ा होने पर मैनपुरी के राधा रमन रोड स्थित एक निजी अस्पताल (दीप अस्पताल) में भर्ती कराया था।
पीड़िता का कहना है कि वहां मौजूद डॉक्टर पी डी कुमार उर्फ प्रेमदीप यादव ने प्रसव कराने के 18 हजार रुपये जमा करा लिए और 14 मार्च को डॉक्टर ने रीना का रात में नशे में धुत होकर गाना गाते हुए ऑपरेशन करना शुरू कर दिया उसी समय डॉ पी डी कुमार ने प्रसूता के पति से आनन-फानन में कहा कि प्रसूता की हालत बहुत खराब है पैसों का और इंतजाम कीजिए तब पीड़िता के पति ने 40000 हज़ार रूपए का इंतजाम और कर डॉक्टर के काउंटर पर जमा किया। तब कहीं प्रसूता ने 1 बच्चों को जन्म दिया रीना 20 मार्च तक अस्पताल में भर्ती रही।अचानक 3 दिन बाद रीना के पेट में तेज दर्द होने लगा तो परिजन पीड़िता को दोबारा लेकर हॉस्पीटल पहुँचे जिसके बाद दोनों डॉक्टरों ने अपने हाथ खड़े कर दिए
पीड़िता की लगातार ख़राब होती हालत को देखते हुए उसके परिजन 25 मार्च को उसे आगरा के एक निजी,डॉ एस डी मौर्य के अस्पताल में लेकर पहुंचे और उसको भर्ती कराया यहां अल्ट्रासाउंड की जांच में पता चला कि पेट में एक स्पंज का टुकड़ा है,जो डॉक्टर दंपती ने लापरवाही से ऑपरेशन के वक्त पेट में ही छोड़ दिया था पीड़ित के अनुसार आगरा में ऑपरेशन करके डॉक्टरों ने उस स्पंज को पेट से निकाला।
इस संबंध में पीड़ित का आरोप है कि मार्च से लेकर अब तक वह डॉक्टर दंपती पर कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के अलावा पुलिस अधीक्षक मैनपुरी,मुख्य चिकित्सा अधिकारी मैनपुरी को प्रार्थना पत्र देकर शिकायत कर चुके है इसके बावजूद भी उक्त डाक्टर दंपत्ति पर कोई भी कठोर कार्रवाई अभी तक नहीं हो सकी है
आपको अवगत करा दें मैनपुरी का ये दीप अस्पताल आयुष्मान भारत योजना में भी शामिल है ये क्लीनिक मैनपुरी के राधा रमन रोड पर स्थित है जिस क्लीनिक पर महिला के प्रसव के दौरान स्पंज का टुकड़ा छोडने की बात सामने आई है यह हॉस्पीटल जिला प्रशासन ने आयुष्मान भारत योजना के तहत चयनित किया है। विभागीय सूत्रों की मानें तो क्लीनिक पर सुविधाओं का अभाव है।
इस पूरे मामले पर जब हमने सीएमओ मैनपुरी से पूँछा तो उन्होंने बताया कि इस पूरे मामले में बिस्तृत जाँच की जाएगी और आरोपी डॉ के खिलाफ अगर जाँच में कुछ भी दोष पाया जाता है तो इसमें कठोर कार्यवाही करते हुए पुलिस में भी एफआईआर दर्ज करायी जाएगी ..
Sanjay Sharma TRP Report Mainpuri.