‘बलात्कारी’ दिमाग क्या सोचता है ?

0
281

TRP, Internation Desk
आपको एक स्टडी के बारे में बताते हैं। जिसमें UK के एंजिला रस्किन यूनिवर्सिटी की स्टूडेंट मधुमिता पाण्डेय ने तिहाड़ जेल में बंद करीब 100 बलात्कारियों का इंटरव्यू किया।
अपराध-विज्ञान की स्टूडेंट मधुमिता ने बताया कि रिसर्च में सामने आया कि जो महिलाएं रेप के दौरान विरोध करती हैं, रेपिस्ट उन्हें पसंद नहीं करते। अपराधियों को चाहिए कि महिलाएं चुपचाप उन्हें रेप करने दे।
– साल 2013 में निर्भया गैंग रेप के बाद National Crime Records Bureau के मुताबिक 2015 में 34651 रेप की घटनाएं दर्ज की गई थी।
मधुमिता पाण्डेय के मुताबिक भारत में कई लोग रेप के खिलाफ आवाज नहीं उठाते। उन्हें बदनामी का डर होता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए मधुमिता ने अपनी स्टडी के लिए इस टॉपिक को चुना।
मधुमिता की स्टडी में रेपिस्ट के दिमाग में चलने वाली कई बातें सामने आई। जब मधुमिता ने बलात्कारियों से बात की, तो कई बार वो हैरान रह गई। उनके मुताबिक, रेपिस्ट इंसान तो नहीं होते। हां, उन्हें जानवर जरूर कहा जा सकता है।
100 बलात्कारियों में काफी कम के अंदर ही अपने अपराध के लिए आत्मग्लानि थी।
‘अधिकतर बलात्कारी अशिक्षित’
मधुमिता ने अपने रिसर्च में पाया कि कई अपराधी अशिक्षित और असमाजिक थे। मधुमिता ने यह भी पाया कि इनका पालन-पोषण पिछड़े तबके में हुआ था। वहां के माहौल के कारण महिलाएं इनके लिए मात्र भोग की वस्तु थी।
क्या है ऐसी घटनाओं का कारण
मधुमिता ने रिसर्च में पाया कि अधिकतर अपराधियों का यह मानना था कि औरतें सिर्फ एक मनोरंजन का साधन होती हैं और उन्हें इस्तेमाल करके फेंक देना चाहिए।
मर्दानगी की अलग परिभाषा
अपराधियों का ये मानना था कि वे औरतों से ज्यादा श्रेष्ठ हैं और औरतें उनके मुकाबले दबी और लाचार हैं। भला महिलाएं अपनी रक्षा कैसे कर सकती हैं या अपने हक की बातें कैसे सोच सकती हैं?
भावनाओं का होता है आभाव
मधुमिता ने रिसर्च में यह भी देखा की इस तरह के अपराधी अपने अपराध के लिए आपके मन में दया की भावना पैदा कर देते हैं। वो अपने आप को बेचारा दिखाते हैं। वो ये भूल जाते हैं कि जो अपराध उन्होंने किया है वो कितना गंभीर है।
सेक्स एजुकेशन का ना होना है मुख्य कारण
एक अपराधी के बयान के अनुसार, “मैं यह मानता हूं की मैंने उसका जीवन खराब कर दिया है, जिसके लिए मैं बुरा महसूस करता हूं और मैं यह जानता हूं कि शायद कोई उससे शादी भी नहीं करेगा। मैं जेल से आने के बाद उससे शादी करना चाहूंगा।
मधुमिता कहती हैं कि सेक्स को लेकर बनी पूर्व धारणाओं की वजह से इसके बारे में बात करने से भी कतराते हैं। जिसकी वजह से युवाओं को इस विषय में सही और गलत का ज्ञान नहीं होता है। ज्ञान का ये अभाव ही रेप को बढ़ावा देता है।

NO COMMENTS