आसाराम पर जोधपुर पुलिस ‘पंचकूला’ वाला रिस्क नहीं लेना चाहती ..

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Team TRP
राजस्थान के जोधपुर शहर में पंचकूला में डेरा मुखी पर फैसला आने के बाद हुई हिंसा जैसे हालात पैदा न हों इसके लिए पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था चाकचौबंद कर दी है. वहीं सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने 378 लोगों को एहतियातन हिरासत में लिया है. राजस्थान पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 151 और धारा 107 के तहत इन लोगों को 28 अप्रैल तक के लिए हिरासत में लिया है.
कानून और व्यवस्था के लिए आसाराम के अनुयायियों को खतरा मानते हुए जोधपुर पुलिस ने निषेधाज्ञा लागू कर दी है. डीजीआई (जेल) विक्रम सिंह ने बताया, ‘हमने फैसला सुनाए जाने के दिन के लिए सभी इंतजाम किए हैं. जेल परिसर में बनाए गए कोर्ट रूम में अदालत के कर्मचारियों सहित मजिस्ट्रेट, आसाराम और सह आरोपी, बचाव व अभियोजन पक्ष के वकील मौजूद रहेंगे.’
जोधपुर सेंट्रल जेल में बुधवार को जब आसाराम को यौन उत्पीड़न मामले में कोर्ट फैसला सुनाएगी तो पूरे शहर में पुलिस की ‘किलाबंदी’ रहेगी. आसाराम के समर्थक इस फैसले के बाद कोई उपद्रव न करें, कानून व्यवस्था बनी रहे इसके लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात किया गया है. रेलवे स्टेशन पर पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल तैनात कर दिया गया है. शहर में आने वाले हर रास्ते, टोल नाकों पर अतिरिक्त जाब्ता लगाया गया है.
टोल नाकों पर वाहनों की जांच
जोधुपर पुलिस की टीमें शहर में प्रवेश करने वाले रास्तों पर तैनात की गई हैं. सभी टोल नाकों पर वाहनों को रोक कर तलाशी के बाद ही शहर की ओर बढ़ने दिया जा रहा है.
रेलवे स्टेशन पर अतिरिक्त सुरक्षा
जोधपुर रेलवे स्टेशन के साथ ही आसपास के अन्य स्टेशनों पर भी रेलवे सुरक्षा बल ने चौकसी बढ़ा दी है. पुलिस के जवान भी स्टेशन पर तैनात किए गए है ताकि आसाराम के समर्थकों की भीड़ शहर में प्रवेश न कर पाएं.
आश्रमों पर पुलिस का पहरा
जोधपुर शहर में आसाराम के दो आश्रम हैं और पुलिस ने दोनों आश्रमों पर पहरा लगा दिया है. आश्रम की देखरेख करने वालों के अतिरिक्त सभी को आश्रम से बाहर कर दिया है.
तीन राज्यों में सुरक्षा मुस्तैद करने का निर्देश
इस बीच केंद्र ने भी राजस्थान, गुजरात और हरियाणा को सुरक्षा कड़ी करने और अतिरिक्त बल तैनात करने को कहा है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक संदेश जारी कर तीनों राज्यों से सुरक्षा मजबूत करने को कहा है. साथ ही यह सुनिश्चित करने को भी कहा गया है कि अदालत के आदेश के बाद कोई हिंसा नहीं फैले.
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि तीनों राज्यों से संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त बल तैनात करने के लिए कहा गया है. इन तीन राज्यों में बड़ी संख्या में लोग आसाराम के भक्त हैं.
गृह मंत्रालय का यह परामर्श डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को बलात्कार के जुर्म में सजा सुनाए जाने के बाद हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ में बड़े पैमाने पर हुई हिंसा के मद्देनजर भेजा गया है.
पीड़िता के घर भी बढ़ाई गई सुरक्षा
बता दें कि आसाराम पर उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की एक नाबालिग से बलात्कार करने का आरोप है. यह लड़की मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में आसाराम के आश्रम में पढ़ाई कर रही थी.
पीड़िता का आरोप है कि आसाराम ने जोधपुर के निकट मनई आश्रम में उसे बुलाया था और 15 अगस्त 2013 को उसके साथ दुष्कर्म किया था. उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में पीड़िता के घर पर भी दो पुलिसकर्मियों की ड्यूटी बढ़ा दी गई है.
शाहजहांपुर के पुलिस अधीक्षक केबी सिंह ने बताया कि पीड़िता के घर के बाहर सीसीटीवी कैमरों से भी निगरानी की जा रही है. आसाराम के शाहजहांपुर स्थित रुद्रपुर आश्रम पर भी नजरें रखी जा रही हैं.
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